Friday 31 January 2020

Bhajan Samrat Gulab Singh Rajpurohit ka Jivan Parichay

   आप सभी महानुभावों को जय दाता री जय रघुनाथ जी री सा अर्ज करता हूं जीवन परिचय की अगली कड़ी में हम आपके साथ लेकर आएं हैं राजपुरोहित समाज के भजन कलाकार और हमारेेे परम मित्र भजन कलाकार श्रीमान गुलाब सिंह राजपुरोहित का .


नाम :- गुलाब सिंह राजपुरोहित
जन्म दिन :- 15. 6.1995
पिताजी का नाम :- श्री  सुजान सिह राजपूरोहित
माता जी का नाम:-श्रीमती ढेली देवी
गोत्र:-  राजगुरू
शिक्षा:- 12 वी पास
गाव का नाम:-  बालेरा, जिला बाडंमेर

भजन कलाकार गुलाब सिंह के परिवार में मम्मी-पापा और चार भाइयों के साथ एक बहन है खुशहाल परिवार है बचपन से ही इनको संगीत से प्रेम था भजन सुनना पसंद था लेकिन चिंता थी मंच तक कैसे पहुंचे समय बीतता गया पढ़ाई बीच में ही छोड़नी पड़ी परिवार की आर्थिक स्थिति इतनी अच्छी नहीं थी कि वह शिक्षा जारी रख सकें।

   रोजगार की तलाश में गांव से बाहर जाना पड़ा मगर इनके अंदर की लगन हमेशा इनको संगीत की ओर ले जाने का प्रयास कर रही थी फिर 2012 में पुणे गए वहां पर प्रकाश श्रीमाली का प्रोग्राम देखा उसी दिन इनको लगा की गायकी तो सीखनी है फिर क्या था। 2013 में जोधपुर में कोई काम से गए थे वहां घोड़ा के चौक पर बहुत भीड़ देखी और रुका वहां जो इंसान भजन गा रहा था वो और कोई नहीं संगीत प्रेमी और दिव्य ऊर्जावान भजन कलाकार श्री उदय सिंह राजपुरोहित भजन सम्राट थे  सोचा आज इनसे जरूर मिल कर जाऊंगा लेकिन भीड़ अधिक थी मिल नहीं पाया कुछ समय बाद 1 महीने बाद बड़ी मुश्किल से उदय सिंह जी से मिलना हुआ इनका व्यक्तित्व देखकर मुझे इतनी खुशी हुई शायद मुझे मेरी मंजिल मिल गई 5 जनवरी 2014 को उनके साथ मैंने संगीत जीवन की शुरुआत की धीरे-धीरे गुरु महाराज की कृपा से नियंत्रण रियास करते रहे और उन्हें समाज में काफी अच्छा रिस्पॉन्स मिलने लगा 2016 आते-आते आपने समाज के कई बड़े प्रोग्रामों में हिस्सा लेना शुरू कर दिया फिर क्या था वह दिन है और आज का दिन है आप आज राजस्थान ही नहीं राजस्थान के बाहर भी बेंगलुरु, हैदराबाद, सूरत जैसे बड़े शहरों में भी प्रोग्राम किए हैं । 14 अप्रैल 2018 को पूज्य गुरु महाराज संत श्री तुलसाराम जी महाराज के समक्ष भजन प्रस्तुत किया है और आपको गुरु महाराज का आशीर्वाद मिला।

    जहां समाज बंधुओं का बहुत ही अच्छा प्यार मिला भजन सम्राट उदय सिंह राजपुरोहित ने आपको हमेशा अपनी छाती से लगा के रखा है और उन्हीं के सहयोग और प्यार से अपनी गायकी का लोहा मनवाया है। आप अभी पाली जिले में रहकर भजन के साथ साथ पार्ट टाइम जॉब भी कर रहे हैं गुलाब सिंह जी ने हमें बताया जीवन में कठिनाइयां तो बहुत है पर डट कर सामना करता रहा कुलदेवी और गुरु महाराज के आशीर्वाद से आज सब कुछ सही चल रहा है।

 आज समाज में आपकी एक विशिष्ट पहचान है सुगना फाउंडेशन परिवार आपके उज्जवल भविष्य की कामना करता है आप निरंतर इसी प्रकार गायकी में अपना लोहा मनाते रहे और गुरु महाराज का आशीर्वाद आप पर बना रहे मिलते हैं किसी और जीवन परिचय के साथ आपका दोस्त सवाई सिंह राजपुरोहित मीडिया प्रभारी सुगना फाउंडेशन एंड आरोग्यश्री मेला समिति.
     
  • भजन सम्राट गुलाब सिंह जी का कांटेक्ट नंबर आप भी भजन संध्या के लिए इनको जरूर याद करें .
  • 9772443541

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Thursday 16 January 2020

संत श्री ध्यानारामजी महाराज का जीवन परिचय

संत श्री ध्यानारामजी महाराज का जीवन परिचय

हमें एक विवेकानंदजी जेसे ज्ञानी ओर विद्वान गुरुदेव हमारे समाज को मिले  ।

वेदानान्ताचार्य संत श्री ध्यानारामजी महाराज

जीवन परिचय

जन्म - 1 जून 1972 ज्येष्ठ कृष्ण चतुर्थ,( विक्रम संवत 2029) बावडी कल्ला (जोधपुर) सेवड परिवार

पिता -श्री मान बाबुसिंहजी राजपुरोहित

माता- श्रीमति सीतादेवीजी

   इन्होनें अपनी प्रारम्भिक शिक्षा शेखासर गाँव से प्राप्त की प्रभु कृपा से 13 वर्ष की बाल्य अवस्था में आपको गुरू चरणों का आश्रय मिला,अपनें गुरूमहाराज श्री तुलछारामजी की आज्ञा से वेद वेदांतों का अध्ययन करनें के लिए बनारस हिन्दू विश्व विद्यालय , काशी गये,जहाँ इन्होंनें 20 वर्ष तक घोर साधनामय आध्यात्मिक शिक्षा प्राप्त की ।

           इन्होनें बनारस हिन्दू वि.वि. से ब्रह्मशब्द पर PhD. (पीएचडी) की तथा अपनी अलौकिक प्रतिभा के बल पर संस्कृत भाषा के अलग अलग विषयों में 8 गोल्ड मैडल प्राप्त कर विशेष ख्याति अर्जित की।।

         इन्होनें अध्ययन के दौरान थाइलैण्ड सहित कई देशों की यात्रा कर ब्रह्म तत्व पर गहन शोध किया, इसके लिए इन्होनें दक्षिण भारत के 35 छोटे बडे ब्रह्मा मन्दिरों पर भी शोधपत्र प्रस्तुत किये।।

     वैदिक साहित्य, ब्राहमण ग्रथों ,उपनिषदों का गहन अध्ययन के साथ अपनी शिक्षा पुरी की।

    सन् 2012 में माँ गंगा के पावन तट पर गुरुमहाराज श्री  तुलछारामजी महाराज के सानिध्य में आपकी गुरू मंत्र दीक्षा सम्पन्न हुई।

       उसके बाद से आप गुरू चरणों की सेवा तथा समाज उत्थान में कार्यों में लगे हुए है , समाज में व्याप्त कुरीतियों , नशामुक्ति , दहेज,तथा शिक्षा सुधार सहित बालिका शिक्षा को विशेष प्रोत्साहन देनें के साथ युवा पीढी में नवीन चेतना का संचार कर समाज को निरन्तर नवीन दिशा प्रदान कर रहे है।।

        आप सुसंस्कृत तथा चरित्रवान राष्ट्र के निर्माण के प्रति दृढ संकल्पित है ,इसके लिए आपके सानिध्य में समय समय पर समाज में स्कूलों ,छात्रावासों सहित धार्मिक स्थलों पर सामुहिक संस्कार शिविर आयोजित किये जा रहे है जिसमें हजारों छात्र छात्राएं भाग लेकर उच्च आदर्श सीख रहे है।।

       गुरू महाराज श्री तुलछाराम जी महाराज के पावन सानिध्य में हाल ही के दिनों में इनकी जन्म बावडी गाँव में कुटुम्बयात्रा का आयोजन किया गया ।

      अपनें मात पिता से भिक्षा प्राप्त कर हमेशा हमेशा के लिए अपना जीवन प्रभु भक्ति , जीवन गुरू चरणों . समाज और राष्ट्र सेवा के कार्यों में समर्पित किया।

जय खेतेश्वर दाता री


        Posted by Sawai Singh Rajpurohit Meghlasiya 

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